What is Systematic Withdrawal Plan?
सिस्टमैटिक विदड्रॉल प्लान (SWP) क्या है?
What is SWP – सिस्टमैटिक विदड्रॉल प्लान (SWP) म्यूचुअल फंड से निकाशी का एक साधन है जो नियमित अंतराल पर निश्चित नकदी प्रवाह देता है। आप धन राशि को जैसे मासिक, त्रैमासिक, वार्षिक आदि और महीने के किसी दिन निकलने के लिए निर्दिष्ट कर सकते हैं, जब Systematic Withdrawal Plan (SWP) होता है तो राशि आपके लिए गए म्यूचुअल से निकल कर आपके बैंक खाते में जमा हो जाती है।
Systematic Withdrawal Plan (SWP) |
How does SWP work?
एसडब्ल्यूपी कैसे काम करता है?
- आपका उस म्यूचुअल फंड योजना में निवेश होना चाहिए जिससे आप SWP करना चाहते है। निवेश या तो एकमुश्त या एक निश्चित अवधि में SIP के माध्यम से किया जा सकता है।
- SWP के द्वारा नकदी प्रवाह बनाये रखने के लिए, म्यूचुअल फंड मैनेजमेंट कंपनी आपके फोलियो से स्कीम की यूनिट को रिडीम करती है।
- रिडीम की गई इकाइयों की संख्या आपके द्वारा बताई गई SWP की राशि और उस समय की NAV पर निर्भर करेगी। उदाहरण के लिए, यदि आप अपने फोलियो से प्रति माह 10,000 रुपये निकलना चाहते हैं और निकासी के दिन योजना का शुद्ध संपत्ति मूल्य (NAV) 100 रुपये है, तो रिडीम गई इकाइयों की संख्या 10,000 रुपये 100 *100 यूनिट होगी।
- प्रत्येक SWP क़िस्त (जैसे मासिक, त्रैमासिक, वार्षिक आदि) के लिए, नकदी प्रवाह बनाये रखने के लिए योजना की इकाइयों को रिडीम किया जाएगा। जिससे आपका यूनिट बैलेंस समय के साथ कम होता रहेगा।
- आपका SWP जब तक जारी रहेगा जब तक आपके पास अगले SWP निकाशी के लिए पर्याप्त यूनिट बैलेंस आपके फोलियो में हो।
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SWP का उदाहरण
मान लीजिए कि आपने म्यूचुअल फंड स्कीम में 10 लाख रुपये का निवेश किया है। खरीदी के समय NAV 20 रुपये थी, इसलिए आपको 50,000 यूनिट आवंटित की जाएंगी। मान लीजिए कि आप कुछ समय बाद 6,000 रुपये का मासिक SWP शुरू करते हैं। कृपया ध्यान दें यह एक उदहारण है। सादगी के लिए हमने एग्जिट लोड को नजरअंदाज कर दिया है। आइए देखें कि SWP कैसे काम करेगा।
- SWP के पहले महीने में, स्कीम की NAV 25 रुपये है। आपको 6,000 रुपये प्रदान करने के लिए, AMC को 6,000/25 = 240 यूनिट्स को रिडीम करना होगा। आपका यूनिट बैलेंस 50,000 – 240 = 49,760 यूनिट होगा।
- दूसरे महीने में, अगर NAV 27 रुपये है। तो AMC को 6,000/27 = 222.22 यूनिट को रिडीम करना होगा। आपका यूनिट बैलेंस 49,760 – 222.22 = 49,537.78 यूनिट होगा।
- तीसरे महीने में अगर स्कीम की NAV 28 है। तो AMC को 6,000/28 = 214.28 यूनिट को रिडीम करना होगा। आपका यूनिट बैलेंस 49,537.78 – 214.28 = 49,323.49 यूनिट होगा।
- आपने 50,000 यूनिट के साथ शुरुआत की थी, लेकिन तीसरी SWP निकाशी के बाद, आपका यूनिट बैलेंस घटकर 49,323.49 यूनिट रह जाएगा।
- तीसरी निकासी के बाद आपके निवेश का मूल्य क्या होगा? निवेश का मूल्य 28 X 49,323.49 यूनिट = रु 13.8 लाख रहेगा।
SWP vs IDCW
SWP और IDCW दोनों ही विकल्प निवेशकों के पास नकदी प्रवाह बनाये रखते हैं। हालाँकि, दोनों के बीच बहुत अधिक अंतर हैं।
- म्युचुअल फंड IDCW (पहले लाभांश के रूप में जाना जाता था) भुगतान की गारंटी नहीं है। AMC अपने विवेक से भुगतान दर को बदलने या IDCW को कुछ समय के लिए रोकने का निर्णय ले सकती है।
- SWP में, आप नियमित अंतराल पर निश्चित नकदी प्रवाह प्राप्त कर सकते है जब तक कि आपके फोलियो में SWP योजना के लिए पर्याप्त यूनिट शेष न हो।
- म्यूचुअल फंड IDCW से भुगतान निवेशक की कर योग्य आय में जोड़ा जाएगा और निवेशक की आयकर दर के अनुसार टैक्स लगाया जाएगा।
- SWP निकासी कैपिटल गेन टैक्सेशन के अनुसार होती है। हम अगले पेराग्राफ में SWP के टैक्सेशन पर चर्चा करेंगे। इस स्तर पर कहने के लिए पर्याप्त है कि लंबे निवेश अवधि में SWP टैक्सेशन के लिए काफी लाभ दायक है
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SWP टैक्सेशन
इक्विटी ओरिएंटेड फंड में निवेश की तारीख से 12 महीने के भीतर निकासी में किया गया लाभ शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स के अधीन होगा। इक्विटी ओरिएंटेड फंड्स में शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन पर 15% प्लस सरचार्ज और सेस पर टैक्स लगता है। इक्विटी ओरिएंटेड फंड में निवेश की तारीख से 12 महीने के बाद की गई निकासी में किए गए लाभ पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा। इक्विटी ओरिएंटेड फंड्स में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन एक वित्तीय वर्ष में 1 लाख रुपये तक टैक्स फ्री होता है और उसके बाद 10% प्लस सरचार्ज और सेस पर टैक्स लगता है।
गैर-इक्विटी या डेट ओरिएंटेड फंड में निवेश की तारीख से 36 महीनों के भीतर की गई निकासी में लिए गए लाभ को आपकी कर योग्य आय में जोड़ा जाएगा और आपकी आयकर दर के अनुसार कर लगाया जाएगा। गैर-इक्विटी या डेट ओरिएंटेड फंड में निवेश की तारीख से 36 महीने के बाद किए गए निकासी में लिए गए लाभ पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा। गैर-इक्विटी या डेट ओरिएंटेड फंड में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स पर इंडेक्सेशन बेनिफिट्स की अनुमति के बाद 20% प्लस सरचार्ज और सेस पर टैक्स लगता है।
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Things to keep in mind when planning SWP
SWP की योजना बनाते समय ध्यान रखने योग्य बातें
- यदि आप लंबे समय तक अपना SWP जारी रखना चाहते हैं तो आपको निकासी दर काम से काम रखना चाहिए।
- यदि आपकी वार्षिक निकासी दर, निवेश पर औसत रिटर्न से कम है, तो आप पर्याप्त रूप से लंबे निवेश कार्यकाल में अपने SWP से नियमित नकदी प्रवाह और पूंजीगत लाभ दोनों प्राप्त कर सकते हैं।
- SWP की योजना बनाते समय आपको एक्जिट लोड का ध्यान रखना चाहिए। एग्जिट लोड एक अवधि के भीतर कि गई निकासी पर लगाया जाने वाला शुल्क है। वित्तीय सलाहकार आमतौर पर निवेशकों को एक्जिट लोड के बाद अपना SWP शुरू करने की सलाह देते हैं।
- SWP की योजना बनाते समय आपको टैक्सेशन के प्रति सचेत रहना चाहिए। यदि आप शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्सेशन से बचना चाहते हैं, तो आपको शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन अवधि के बाद अपना SWP शुरू करना चाहिए यानी इक्विटी ओरिएंटेड फंड के लिए 12 महीने या उससे अधिक और गैर-इक्विटी या डेट ओरिएंटेड फंड के लिए 36 महीने या उससे अधिक।
- आपको हमेशा अपनी जोखिम उठाने की क्षमता और निवेश की जरूरतों के अनुसार योजनाओं में निवेश करना चाहिए।
निवेशकों को अपने वित्तीय सलाहकारों से परामर्श करना चाहिए या आप हमसे भी संपर्क कर सकते है [email protected]