Bisleri कंपनी को खरीदने जा रही है Tata Consumer जानिए सब कुछ

Bisleri वाटर कंपनी एक Italy की कंपनी थी जिसके संथापक Felice Bisleri थे उनके नाम पर ही इस कंपनी का नाम बिसलेरी रखा गया था। 

साल 1969 में रमेश चौहान जी ने बिसलेरी को 4 लाख रुपए में खरीदा. उस समय रमेश चौहान बिसलेरी ब्रांड के अंतर्गत सोडा बेचना चाहते थे. 

प्लास्टिक की बोतलें 80 के आधे दशक बीत जाने के बाद मार्केट में आयी. इससे पहले से पहले पानी कांच की बोतलों में बिकता था

कंपनी के मालिक और चेयरमैन रमेश चौहान ने Bisleri कंपनी बेचने का फैसला किया है. इस कंपनी को टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (TCPL) 7,000 करोड़ रुपए में खरीद सकती है.

भारत में बोतल बंद पानी का बाजार 20 हजार करोड़ रुपये से ज़्यादा का है. जिसमे अकेले Bisleri के पास इस मार्किट का 35 प्रतिशत हिस्सा है. 

रमेश चौहान की उम्र 82 वर्ष है इन दिनों उनका स्वस्थ खराब चल रहा है उनके पास कोई उत्तराधिकारी नहीं है 

रमेश चौहान की एक बेटी जयंती चौहान है उनकी बेटी जयंती बिज़नेस में ज्यादा दिलचस्पी नहीं रखती. इसलिए कंपनी बिकने की कागार पर है.

जयंती ने लंदन से फैशन स्टाइलिंग और फोटोग्राफी सीखी. इसके अलावा उन्होंने लॉस एंजिलिस के फैशन इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन एंड मर्चेंडाइजिंग (FIDM) से भी पढ़ाई की है. उसकी दिलचस्पी फैशन और फोटोग्राफी में है 

रमेश चौहान Bisleri को tata के बेचना चाहते है क्युकि चौहान उनके काम और ईमारदारी से वो परिचित हैं. उन्होंने कहा कि मुझे टाटा कल्चर और जीवन को लेकर उनके मूल्यों का सम्मान पसंद हैं।

यह एक 19 साल के लड़के द्वारा एक ट्रक से शुरू की गई कंपनी आज 4835 वाहनों के मालिक होने तक की अद्भुत कहानी।